Tamilnadu Heavy Rain तमिलनाडु में मौसम ने एक बार फिर भयानक रूप ले लिया है। दो दिनों से जारी बारिश के बाद तमिलनाडु में सभी स्कूल,कॉलेज बंद कराए गए और सुरक्षा अलर्ट जारी किए गए है। भारी बारिश का असर बहुत सारे जिलों में दिखाई पड़ रहा है।पूरे तमिलनाडु में भारी बारिश ने कहर बरपाया है, जिसके कारण बड़े पैमाने पर स्कूल बंद कर दिए गए हैं और अधिकारियों ने बाढ़ की कई चेतावनियाँ जारी की हैं।

बंगाल की खाड़ी में उत्पन्न हुए कम दबाव के कारण सिर्फ भारी बारिश नहीं बल्कि तमिलनाडु के कुछ जिलों में बाढ़ की संकट छाए हुए हैं।चेन्नई, तिरुवल्लूर और चेंगलपट्टू सहित कई जिलों में बाढ़ का नया खतरा भी पैदा हो गया है। 13 सितंबर को भी भारतीय मौसम विभाग में भारी बारिश का इलाज जारी किया है जिसकी वजह से प्रदेश के सबसे ज्यादा प्रभावित 11 जिलों में सभी शैक्षणिक संस्थाओं को बंद करने का निर्णय लिया गया है।
लोक निर्माण विभाग ने चेम्बरमबक्कम और पूंडी सहित विभिन्न बांधों के शटर खोल दिए हैं।अधिकारियों ने बताया कि बढ़ते जल स्तर के कारण अलग-अलग बांधों से लगभग 1,000 – 13,000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इंजीनियरों द्वारा सावधानीपूर्वक लिया गया यह निर्णय संबंधित स्तरों को सुरक्षित रूप से प्रबंधित करने के उद्देश्य से है क्योंकि अतिप्रवाह के बारे में चिंता बनी हुई है।
इस विकट स्थिति में भारी बारिश के कारण चेन्नई के सड़कों में कई फुट तक पानी भरा हुआ है। पूरे महानगरी क्षेत्र में बाढ़ की चेतावनी जारी कर दी गई है। जलस्तर इतना बढ़ गया है कि अब पानी लोगों का घरों में भरना प्रारंभ हो गया है और लोगों का दैनिक जीवन भी अस्त वस्त हो गया है।
कावेरी डेल्टा क्षेत्र में भी भारी बारिश हुई, जिससे फसलों कटाई की गतिविधियाँ बाधित हुईं, जबकि किसान अपनी कड़ी मेहनत का फल पाने की तैयारी कर रहे थे। फसलें डूब गईं, खास तौर पर चावल और गन्ने की पैदावार पर असर पड़ा जिसका मतलब स्थानीय किसानों को काफी नुकसान हो सकता है।