ममता कुलकर्णी बनीं ममतानंद गिरी, किन्नर अखाड़े ने महामंडलेश्वर की पदवी दी

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बॉलीवुड की पूर्व अदाकारा ममता कुलकर्णी, जो कभी ग्लैमर और विवादों का हिस्सा रही थीं, अब आध्यात्मिक मार्ग पर चल पड़ी हैं। उन्होंने अपना नाता बॉलीवुड की चकाचौंध से तोड़कर सन्यास का मार्ग अपना लिया है। ममता अब ‘ममतानंद गिरी’ के नाम से जानी जाती हैं। हाल ही में महाकुंभ प्रयागराज में किन्नर अखाड़े ने उन्हें ‘महामंडलेश्वर’ की पदवी प्रदान की, जो उनके आध्यात्मिक सफर का एक बड़ा मुकाम है।

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बॉलीवुड से सन्यास तक का सफर

ममता कुलकर्णी 90 के दशक की एक चर्चित अभिनेत्री थीं, जिन्होंने करण अर्जुन, आशिक आवारा, और सबसे बड़ा खिलाड़ी जैसी सुपरहिट फिल्मों में काम किया। उनकी खूबसूरती और अभिनय ने उन्हें स्टारडम तक पहुंचाया, लेकिन विवादों के कारण उनका करियर धीरे-धीरे खत्म हो गया। बॉलीवुड को अलविदा कहने के बाद ममता ने खुद को आध्यात्मिकता की ओर समर्पित कर दिया।

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किन्नर अखाड़ा और ममतानंद गिरी का नया अध्याय

किन्नर अखाड़ा की स्थापना 2015 में हुई। किन्नर अखाड़ा अन्य सभी प्रकार के अखाड़ों से अलग है।किन्नर अखाड़ा, जो LGBTQ+ समुदाय के संतों का प्रमुख संगठन है, ने ममता को ‘महामंडलेश्वर’ की उपाधि देकर उनके जीवन को एक नई दिशा दी है। यह उपाधि उन्हें उनके आध्यात्मिक योगदान और समाज के प्रति उनके समर्पण के लिए दी गई। ममता ने इस अवसर पर कहा, “मेरा उद्देश्य अब मानवता की सेवा करना और सभी को आध्यात्मिक मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करना है।”

महामंडलेश्वर की भूमिका

महामंडलेश्वर की पदवी हिंदू धर्म में एक बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान रखती है। यह उपाधि उन संतों को दी जाती है जो धर्म, अध्यात्म और समाज सेवा में अपना जीवन समर्पित करते हैं। किन्नर अखाड़ा ने ममता के प्रति अपने विश्वास और समर्थन को व्यक्त करते हुए उन्हें इस पदवी से सम्मानित किया।

प्रमुख बातें

1. ममता कुलकर्णी कौन हैं?
ममता कुलकर्णी 90 के दशक की बॉलीवुड अभिनेत्री हैं, जिन्होंने करण अर्जुन, सबसे बड़ा खिलाड़ी, और चाइना गेट जैसी फिल्मों में काम किया। वह अपनी खूबसूरती और अभिनय के लिए जानी जाती थीं।


2. उन्होंने बॉलीवुड छोड़ने का फैसला क्यों किया?
ममता ने बॉलीवुड छोड़कर आध्यात्मिकता का रास्ता अपनाया। उन्होंने जीवन में आंतरिक शांति और उच्च उद्देश्य की तलाश में ग्लैमर की दुनिया को अलविदा कह दिया।


3. किन्नर अखाड़ा क्या है?
किन्नर अखाड़ा हिंदू धर्म का एक प्रमुख संगठन है, जो LGBTQ+ समुदाय के संतों और सन्यासियों के लिए बनाया गया है। यह संगठन समाज में समानता, आध्यात्मिकता और सेवा को बढ़ावा देता है।


4. महामंडलेश्वर की पदवी का क्या महत्व है?
महामंडलेश्वर का पदवी हिंदू धर्म में उच्चतम आध्यात्मिक पदों में से एक है। इसे समाज सेवा, धर्म और अध्यात्म में असाधारण योगदान देने वाले संतों को दिया जाता है।


5. ममता कुलकर्णी का नया नाम क्या है?
सन्यास ग्रहण करने के बाद ममता कुलकर्णी ने अपना नाम बदलकर ‘ममतानंद गिरी‘ रख लिया है।

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लेखक: सागर सिंह चंदेल
संपादक: UP Govt News टीम

 

1 thought on “ममता कुलकर्णी बनीं ममतानंद गिरी, किन्नर अखाड़े ने महामंडलेश्वर की पदवी दी”

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